Drone Testing Center हरियाणा के हिसार में जल्द शुरू होगा ड्रोन टेस्टिंग सेंटर, किसानों को मिलेगी ये सुविधा

News Hindi Live Hisar] हिसार के खाते में जल्द ही एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने जा रही है। यहां के ट्रैक्टर ट्रेनिंग सेंटर (Tractor Training Center) में जल्द ही देश का पहला ड्रोन टेस्टिंग सेंटर भी स्थापित होगा। विभागीय अधिकारियों ने भी इस संबंध में अनुमति दे दी है। स्थापित सेंटर में देशभर की विभिन्न कंपनियों द्वारा तैयार किए गए ड्रोन की टेस्टिंग के बाद सर्टिफाइजेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा, यानी टीटीसी की रिपोर्ट पर भी देशभर की कंपनियां ड्रोन की बिक्री कर सकेगी। इसके लिए जल्द ही विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
यही नहीं सेंटर के पदाधिकारी किसानों को ड्रोन से खेती के फायदे भी बताएंगे। उन्हें ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव करने के प्रति भी जागरूक किया जाएगा। टीटीसी के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में तैयारी चल रही है। जल्द ही सेंटर स्थापित होने की संभावना है। सेंटर स्थापित करने के लिए विभागीय अधिकारियों ने अनुमति दे दी है।
विगागीय अधिकारियों के अनुसार ट्रेनिंग के बाद यहांके वैज्ञानिक और कर्मचारी टेस्टिंग का कार्य शुरू कर देंगे। यदि किसी भी कंपनी को ड्रोन की बिक्री करनी है तो हिसार के सेंटर से सर्टिफाइड कराना होगा। इसके बाद ही वह बिक्री कर सकेंगे। यदि सेंटर ड्रोन को अमान्य मानता है तो बिक्री नहीं की जा सकेगी।
टीटीसी के निदेशक मुकेश जैन ने बताया कि ड्रोन से खेती के प्रति सेंटर के अधिकारी और कर्मचारी विभिन्न गांवों में जाकर किसानों को भी जागरूक कर रहे हैं। किसानों को बताया जा रहा है कि ड्रोन का प्रयोग थोड़ा महंगा जरूर है, मगर इससे सांप के काटने से लेकर अन्य घटनाओं पर भी अंकुश लगाया जा सकता है। किसानों की होने वाली मौतों पर भी इसके प्रयोग से रोक लगेगी।
विपरित दिशा में नहीं पहुंच पाती दवा
अभी फसलों में कीटनाशक दवा के छिड़काव के लिए हैंड स्प्रिंग मशीन और ट्रैक्टर स्प्रे मशीन का उपयोग किया जाता है। जिस तरफ से स्प्रे किया जाता है उस तरफ की फसलों में दवा पहुंचती है, लेकिन उसके विपरीत दिशा में दवा नहीं पहुंच पाती।
ड्रोन से छिड़काव के प्रमुख लाभ
स्प्रे करने वाले किसान को कोई नुकसान नहीं होगा। ड्रोन से छिड़काव करने पर 10 से 20 गुणा समय की बचत होगी।
• एक एकड़ जमीन पर केवल 30 एमएल पानी व दवा कीजरूरत होगी।
• एक चौथाई कीटनाशक में ही 1एकड़ में छिड़काव हो जाएगा।
ड्रोन से खेत की मिट्टी नहीं होगी खराब।